राँची अजब है
राँची ग़ज़ब है !!
अच्छा चलिए : आप कैसे पता करेंगें कि आप राँची के किस कोने में हैं ???
1) दो आदमी लड़ रहे हैं,
एक आदमी आता है,
उन्हें देखता है
और
चला जाता है... ये 'अशोक नगर' है.
2) दो आदमी लड़ रहे हैं,
एक आदमी आता है, उन्हें समझाने की कोशिश करता है, फलस्वरुप दोनों लड़ना छोड़ कर समझाने वाले को मारने लग जाते हैं...
ये 'किशोरगंज' है.
3) दो आदमी लड़ रहे हैं,
एक आदमी अपने घर से आवाज़ देता है :
"मेरे घर के आगे मत लड़ो, कहीं और जाओ".... ये 'चर्च रोड' है.
4) दो आदमी लड़ रहे हैं, पूरी भीड़ देखने के लिये इकट्ठी हो जाये
और
एक आदमी चाय की दुकान लगा दे....
तो ये 'सेवा सदन' है.
5) दो आदमी लड़ रहे हैं, दोनों मोबाइल से कॉल कर
दोस्तों को बुलाते हैं,
थोड़ी देर में 50 आदमी लडने लगते हैं...
ये 'रातु रोड' है.
6) दो आदमी लड़ रहे हैं,
एक आदमी ढेर सारी बीयर ले आता है,
तीनों एक साथ बीयर पीते हुए एक-दूसरे को गाली देते हैं...!
ये 'चडरी' है.
7) दो आदमी लड़ रहे हैं,
दो आदमी और आते हैं,
वो आपस में बहस करने लगते हैं कि कौन सही है कौन गलत, देखते देखते भीड़ जमा हो जाती है,
पूरी भीड़ बहस करती है, लड़ने वाले दोनों खिसक लेते हैं....!
ये "लालपुर" है.
8) दो आदमी लड़ रहे हैं,
एक आदमी आता है,
गन निकालता है
और
...
और सब शान्त हो जाता है..! यानि कि
आप "हिंदपीढ़ी" पहुँच गए...
9) दो आदमी लड़ रहे हैं, उन दोनो कि लडाइ मे तिसरा मार कर चला जाए तो फिर यह समझ लीजिए : 'फिरायालाल चौक' मे है और अगर...
10) दो आदमी लड़ रहे है, और लड़ते लड़ते गोली और बम चलने लगे तो समझ लीजिए "डोरंडा" में आपका स्वागत है।।
राँची ग़ज़ब है !!
अच्छा चलिए : आप कैसे पता करेंगें कि आप राँची के किस कोने में हैं ???
1) दो आदमी लड़ रहे हैं,
एक आदमी आता है,
उन्हें देखता है
और
चला जाता है... ये 'अशोक नगर' है.
2) दो आदमी लड़ रहे हैं,
एक आदमी आता है, उन्हें समझाने की कोशिश करता है, फलस्वरुप दोनों लड़ना छोड़ कर समझाने वाले को मारने लग जाते हैं...
ये 'किशोरगंज' है.
3) दो आदमी लड़ रहे हैं,
एक आदमी अपने घर से आवाज़ देता है :
"मेरे घर के आगे मत लड़ो, कहीं और जाओ".... ये 'चर्च रोड' है.
4) दो आदमी लड़ रहे हैं, पूरी भीड़ देखने के लिये इकट्ठी हो जाये
और
एक आदमी चाय की दुकान लगा दे....
तो ये 'सेवा सदन' है.
5) दो आदमी लड़ रहे हैं, दोनों मोबाइल से कॉल कर
दोस्तों को बुलाते हैं,
थोड़ी देर में 50 आदमी लडने लगते हैं...
ये 'रातु रोड' है.
6) दो आदमी लड़ रहे हैं,
एक आदमी ढेर सारी बीयर ले आता है,
तीनों एक साथ बीयर पीते हुए एक-दूसरे को गाली देते हैं...!
ये 'चडरी' है.
7) दो आदमी लड़ रहे हैं,
दो आदमी और आते हैं,
वो आपस में बहस करने लगते हैं कि कौन सही है कौन गलत, देखते देखते भीड़ जमा हो जाती है,
पूरी भीड़ बहस करती है, लड़ने वाले दोनों खिसक लेते हैं....!
ये "लालपुर" है.
8) दो आदमी लड़ रहे हैं,
एक आदमी आता है,
गन निकालता है
और
...
और सब शान्त हो जाता है..! यानि कि
आप "हिंदपीढ़ी" पहुँच गए...
9) दो आदमी लड़ रहे हैं, उन दोनो कि लडाइ मे तिसरा मार कर चला जाए तो फिर यह समझ लीजिए : 'फिरायालाल चौक' मे है और अगर...
10) दो आदमी लड़ रहे है, और लड़ते लड़ते गोली और बम चलने लगे तो समझ लीजिए "डोरंडा" में आपका स्वागत है।।
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